जतमई घटारानी, रायपुर, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर जतमई पहाड़ी पर माता जतमई मंदिर स्थित है, जिसे ‘जतमई घटारानी मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है। माता जतमई को समर्पित इस अद्भुत मन्दिर की बहुत अधिक मान्यता है। अत्यंत आश्चर्यजनक बात यह कि जतमई पहाड़ी 200 मीटर क्षेत्र में फैली हुई है और 70 मीटर ऊँची है, और इसी पहाड़ी पर जतमई घटारानी का मंदिर ऊँचे जलप्रपात के किनारों पर स्थित है। यहाँ शिखर पर विशालकाय पत्थर एक-दूसरे के ऊपर इस प्रकार सटे हुए हैं, जैसे किसी शिल्पकार के द्वारा जमाये गये हों। घटारानी प्रपात तक पहुँचना आसान नहीं है, अतः पर्यटकों के लिए वहाँ तक पहुँचने के पर्याप्त साधन जुटाए गए हैं। मन्दिर अत्यंत सावधानी और ख़ूबसूरती से जलप्रपात के समीप प्रकृति की गोद में, पटेवा के समीप ग्रेनाइट के बहुत-से छोटे शिखरों और एक बहुत ही विशाल शिखर में खुदा हुआ है।
Jatmai Ghatarani, Raipur, Chhattisgarh The Mata Jatmai Temple is located on the Jatmai hill, about 80 km from Raipur, the capital of Chhattisgarh, also known as the Jatmai Ghatarani Temple. There is a lot of recognition of this wonderful temple dedicated to Mata Jatmai. The most amazing thing is that the Jatmai hill is spread over an area of 200 m and is 70 m high, and on this hill the temple of Jatmai Ghatarani is situated on the banks of high waterfall. Here the giant stones on the summit are adjoining on top of each other in such a way as to be set by a craftsman. It is not easy to reach Ghatarani Falls, so adequate means have been gathered for tourists to reach there. The temple is inscribed in the lap of nature near the waterfall with utmost care and beauty, near the Patewa, in many small peaks of granite and a very huge peak.